महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) में सीट शेयरिंग को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। सांगली सीट को लेकर शिवसेना उद्धव गुट और कांग्रेस के बीच तनाव गहरा गया है। कांग्रेस के विरोध के बावजूद उद्धव ठाकरे आज शाम 6 बजे खुद सांगली जाएंगे और यहां रैली करेंगे।
उद्धव ठाकरे इस जनसभा के पहले दिवंगत कांग्रेस नेता वसंत दादा पाटिल के स्मृतिस्थल के दर्शन भी करेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उद्धव ठाकरे कोल्हापुर से कांग्रेस उम्मीदवार शाहू छत्रपति से मुलाकात भी करेंगे।
इधर, सीट बंटवारे को लेकर विवाद के बीच शरद पवार के मुंबई स्थित आवास पर महाविकास अघाड़ी (MVA) की मीटिंग जारी है। इस बैठक में सीट बंटवारे को लेकर बातचीत होगी, साथ ही जिन सीटों पर असहमति है, उनके बारे में भी चर्चा होगी।
वहीं दिल्ली में भी कांग्रेस इलेक्शन कमेटी शाम को एक बैठक कर रही है। इसमें संभवत: महाराष्ट्र में कैंडिडेट के नाम पर मुहर लग सकती है।
शरद पवार के घर बैठक में MVA के प्रमुख नेता मौजूद
NCP (शरद गुट) के अध्यक्ष शरद पवार के घर हो रही बैठक में कांग्रेस के नाना पटोले और बाला साहेब थोरात मौजूद हैं। NCP के अन्य नेता जितेंद्र, जयंत पाटिल, अनिल देशमुख और शिवसेना उद्धव गुट की तरफ से संजय राउत मीटिंग के लिए पहुंच चुके हैं। उद्धव ठाकरे आज अपनी जनसभा के लिए कोल्हापुर में है इसलिए इस मीटिंग में नहीं आ रहे हैं।
महा विकास गाड़ी के नेताओं के मुताबिक, आज की बैठक में ये भी तय किया जाएगा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में किन-किन मुद्दों को प्रमुखता से चुनाव प्रचार में शामिल किया जाएगा और सीट दर सीट अलग-अलग तरह की रणनीति किस प्रकार से बनाई जाएगी। वंचित बहुजन अघाड़ी को लेकर अभी भी जो असमंजस बना हुआ है उसे विषय में भी तीनों पार्टियों के बीच कोई बड़ा निर्णय लिए जाने की संभावना है।
उद्धव गुट की दलील- कोल्हापुर के बदले सांगली सीट दे कांग्रेस
सांगली लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने दावा ठोका है। कांग्रेस इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री वसंत दादा पाटिल के पोते विशाल पाटिल को चुनाव लड़वाना चाहती है, लेकिन शिवसेना ने इस सीट से पहलवान चंद्रहार पाटिल को उम्मीदवारी देने का फैसला किया है।
ठाकरे गुट की दलील है कि उन्होंने अपने कोटे की कोल्हापुर की सीट कांग्रेस को दी है, इसलिए इसके बदले में सांगली सीट उन्हें मिलनी चाहिए। हालांकि, कांग्रेस उद्धव को ये सीट देने के लिए राजी नहीं है।
MVA में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
महाराष्ट्र में I.N.D.I.A की तीन पार्टियों कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और शरद पवार की NCP के बीच गठबंधन है। प्रकाश अंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) को लेकर अभी भी कुछ फाइनल नहीं है। हालांकि, बातचीत अभी भी जारी है।
तीनों दलों में अब तक जो सहमति बनी है उसके मुताबिक, राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से उद्धव ठाकरे की शिवसेना 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस को 18 और शरद पवार की NCP को 10 सीटें मिली हैं।
सूत्रों की मानें तो रीजनल पार्टी वंचित बहुजन अगाड़ी (VBA) को शिवसेना (उद्धव गुट) के हिस्से से दो सीटें मिलेंगी। VBA ने पहले 5 सीटों की मांग की थी। इसके अलावा निर्दलीय राजू शेट्टी को शरद पवार की पार्टी का समर्थन मिलेगा। सीट शेयरिंग को लेकर अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
2019 में शिवसेना-भाजपा का 25 साल पुराना साथ टूटा
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर भी 2019 में चुनाव हुए थे। तब शिवसेना और भाजपा साथ थे। BJP 106 विधायकों के साथ राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनी। शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत हासिल की। इसके बाद शिवसेना ने ढाई-ढाई साल के लिए CM के फॉर्मूले का दांव चला, लेकिन BJP नहीं मानी।
इसके कारण विधानसभा चुनाव के कुछ महीनों बाद ही उद्धव ने भाजपा के साथ 25 साल पुराना गठबंधन तोड़ दिया। शिवसेना ने 44 विधायकों वाली कांग्रेस और 53 विधायकों वाली NCP के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी अलायंस बनाकर सरकार बनाई, उद्धव ठाकरे CM बने थे।
जून 2022 में शिवसेना में दरार, भाजपा जॉइन कर शिंदे CM बने
जून 2022 में एकनाथ शिंदे और शिवसेना के 39 अन्य विधायकों ने महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी थी। शिवसेना के दो हिस्से हो गए। महाविकास अघाड़ी गठबंधन सरकार गिर गई। एकनाथ शिंदे ने भाजपा के साथ मिलकर नई सरकार बना ली। भाजपा ने शिंदे को मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री बनाया।
जुलाई 2023 में शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने भी बगावत कर दी। वे नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) तोड़कर 9 विधायकों के साथ भाजपा-शिंदे की सरकार में शामिल हो गए थे। पवार ने 2 जुलाई 2023 को महाराष्ट्र के दूसरे डिप्टी CM के तौर पर शपथ ली थी। महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन की पूरी टाइमलाइन पढ़ें…