किसान आंदोलन का आज रविवार (18 फरवरी) को छठा दिन रहा। दिल्ली कूच के लिए निकले पंजाब के किसान अभी भी पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। इस आंदोलन के दौरान अब तक एक किसान और सब इंस्पेक्टर की हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है।
चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों और किसानों की मीटिंग शुरू हो चुकी है। इसमें केंद्र से 3 मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय मौजूद हैं। सरवण पंधेर और जगजीत डल्लेवाल समेत 14 किसान नेता इसमें शामिल हैं। पंजाब की तरफ से CM भगवंत मान और कृषि मंत्री गुरमीत खुडि्डयां मीटिंग में आए हैं।
यह चौथी वार्ता है। इससे पहले 3 मीटिंग (8, 12 और 15 फरवरी) बेनतीजा रहीं थी। शंभू बॉर्डर पर किसानों के मंच से दोपहर में ऐलान किया गया कि अगर इस चौथी मीटिंग में कोई फैसला न हुआ तो किसान दिल्ली कूच करेंगे।
रविवार दोपहर हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी ग्रुप) की कुरुक्षेत्र में किसान-खाप पंचायत हुई। जिसमें फैसला लिया गया कि प्रदेश के सभी किसान संगठन और खाप पंचायतें एक साथ आंदोलन करेंगी।
शाम को चंडीगढ़ में होने वाली किसान नेताओं की बातचीत पर नजर रहेगी। अगर मीटिंग में बात नहीं बनती तो बड़ा फैसला लिया जाएगा।
हिसार में खनौरी बॉर्डर पर किसानों की मदद के लिए जाते किसान नेता सुरेश कोथ और रवि आजाद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनकी रिहाई के लिए किसानों ने हिसार में पक्का मोर्चा लगा दिया है।
वहीं लुधियाना में संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की पंजाब इकाई की मीटिंग हुई। किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि 22 फरवरी तक पंजाब के सभी टोल फ्री कराए जाएंगे। भाजपा के बड़े नेताओं के घरों का घेराव किया जाएगा।
केंद्र सरकार ने पंजाब के 7 जिलों पटियाला, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, बठिंडा, मानसा, मोहाली और मुक्तसर के कुछ हिस्सों में 24 फरवरी तक इंटरनेट बंद करा दिया है।
हरियाणा के भी 7 जिलों में 19 फरवरी की रात 12 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा। इन जिलों में अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा शामिल हैं।